चित्तौरगढ़ के प्रमुख जोहर और साका
चित्तौरगढ़ के प्रमुख जोहर और साका :- दुर्ग का निर्माण चित्रांगद मौर्य ने करवाया था चित्तौरगढ़ के प्रमुख साका पहला साका सन 1303 में हुआ था जिसमे राणा रतन सिंह ने केसरिया और रानी पद्मिनी ने जोहर किया था। दूसरा साका 1535 में हुआ था जिसमे रावत बाघ सिंह ने केसरिया और हाडारानी कर्मवती जोहर किया था। तीसरा साका सन 1567 में हुआ था। जिसमे जयमल फत्ता ने केसरिया और रानी फूल कवर ने जोहर किया।